Jharkhand Judiciary Civil Judge Syllabus in Hindi 2024 PDF download

Jharkhand civil judge Syllabus 2024, jharkhand Judiciary Civil Judge Syllabus in Hindi 2024

नमस्कार मित्रों स्वागत है आपका हमारे वेबसाइट पर जैसा कि हम सभी जानते हैं कि Jharkhand Judiciary Civil Judge Vacancy 2024 के लिए आ चुकी है और इसका पाठ्यक्रम भी जारी हो चुका है तो जो भी लोग झारखंड सिविल जज की तैयारी करना चाहते हैं तो इस लेख में हम आपको Jharkhand Judiciary Civil Judge Syllabus in Hindi 2024 बताने वाले हैं तो चलिए बिना किसी देरी को लेख को स्टार्ट करते हैं।

Jharkhand Judiciary Civil Judge Syllabus in Hindi

Jharkhand Judiciary Civil Judge क्या होता है?

झारखंड न्यायिक सिविल जज कार्यक्रम, झारखंड राज्य के न्यायिक सेवा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कार्यक्रम विभिन्न स्तरों पर सिविल जज के पदों के लिए प्रतियोगितात्मक परीक्षाओं की व्यवस्था करता है, जिनमें प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और वाइवा-वोस/व्यक्तिगत साक्षात्कार शामिल होते हैं। झारखंड के न्यायिक सेवा में सिविल जज का पद न्यायिक कार्यक्षेत्र में अहम भूमिका निभाता है, जैसे कि विवादों के सुलझाव, क़ानूनी मुद्दों के निर्णय और समाज को न्यायिक न्याय का प्रदान करना। यह पद उन उम्मीदवारों के लिए उपयुक्त हो सकता है जो न्यायिक क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं और सामान्य और विशेषज्ञता क्षेत्रों में अपने ज्ञान का परिचय कराना चाहते हैं।

Jharkhand Judiciary Civil Judge Pre Exam Syllabus in Hindi

प्रारंभिक परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की होगी और इसमें विभिन्न विषयों पर प्रश्न होंगे। इस परीक्षा में कुल 100 अंक होंगे और इसकी अवधि 2 घंटे होगी। इस परीक्षा में निम्नलिखित विषयों पर प्रश्न होंगे – सामान्य अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान (सम्प्रेषण की घटनाएँ समेत), रिवायती कानून, दंड प्रक्रिया संहिता 1973, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872, समझौता कानून, भारतीय दंड संहिता 1860।

Jharkhand Judiciary Civil Judge Mains Exam Syllabus in Hindi

मुख्य परीक्षा: मुख्य परीक्षा चार पत्रों में होगी, प्रत्येक पत्र में 100 अंक होंगे और प्रत्येक पत्र की अवधि 3 घंटे होंगी। पत्र-I में विधि प्रक्रिया (सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 और दंड प्रक्रिया संहिता 1973), भारतीय दंड संहिता 1860, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872, सीमा समय संहिता 1963 के प्रश्न होंगे। पत्र-II में समझौता कानून 1872, माल की बिक्री कानून 1930, नेगोटियेबल इंस्ट्रूमेंट कानून 1881, न्यायिक समझौता और सुलह अधिनियम 1996, संपत्ति संबंधित अधिनियम 1882 पर प्रश्न होंगे। पत्र-III में हिन्दू और मुस्लिम कानून, किराए पर नियंत्रण कानून, विशेष प्रतिफल अधिनियम 1963, न्यायशास्त्र पर प्रश्न होंगे। पत्र IV (भाषा) में हिंदी और अंग्रेजी (निबंध, स्पष्ट लेखन, अनुवाद और परावर्तन) पर प्रश्न होंगे।

Jharkhand Judiciary Civil Judge interview

वाइवा-वोस/साक्षात्कार: वाइवा-वोस टेस्ट 100 अंकों का होगा। वाइवा-वोस टेस्ट में मिनिमम आवश्यक योग्यता अंक जनरल श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 25% और एससी/एसटी/ईबीसी और बीसी के लिए 20% होगा। मुख्य परीक्षा में अंक प्राप्त किए गए हों, उन्हें चुनाव के लिए पात्र नहीं माना जाएगा यदि वाइवा-वोस टेस्ट में न्यूनतम निर्धारित अंक से कम हैं। अंतिम चयन सूची मुख्य परीक्षा और वाइवा-वोस टेस्ट दोनों में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार की जाएगी।

Jharkhand Civil Judge Syllabus से संबंधित जानकारी

झारखंड न्यायिक सिविल जज के पाठ्यक्रम में क्या-क्या शामिल होता है?

झारखंड न्यायिक सिविल जज के पाठ्यक्रम में सामान्य अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, राज्य के कानून, भारतीय दंड संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम, विवाद निराकरण के कानून, विवाद सुलझाव के कानून, न्यायिक समझौता और सुलह अधिनियम आदि शामिल होते हैं।

प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में क्या अंतर है?

प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान और कुछ मुख्य कानूनी विषयों के प्रश्न होते हैं, जबकि मुख्य परीक्षा में संविधान, न्यायिक अधिकारिता, भारतीय संविधान, न्यायिक समझौता और सुलह अधिनियम जैसे विषयों पर प्रश्न होते हैं।

पाठ्यक्रम की तैयारी के लिए सर्वोत्तम स्रोत क्या हैं?

प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए सबसे अच्छा स्रोत आधिकारिक संदेश, पुस्तकें, और ऑनलाइन स्टडी मटेरियल हैं। कई कोचिंग संस्थान भी उपयुक्त परीक्षा तैयारी की पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।

वाइवा-वोस/साक्षात्कार किसे लिया जाता है और इसका महत्व क्या है?

वाइवा-वोस या साक्षात्कार उन उम्मीदवारों के लिए है जो मुख्य परीक्षा में सफल होते हैं। यह उनकी व्यक्तित्व, ज्ञान, और व्यावसायिक क्षमताओं का मूल्यांकन करने का एक महत्वपूर्ण चरण होता है।

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